Anek shabdon ke liye ek shabd
अनेक शब्दों के लिए एक शब्द (Anek shabdon ke liye ek shabd)
अनेक शब्दों के लिए एक शब्द :- वे शब्द जो कम से कम शब्दों के प्रयोग से अधिक से अधिक शब्द-समूह को अभिव्यक्त करें,और उनके अर्थ भी न बदले।
कुछ महत्त्वपूर्ण उदाहरण :-
SSC GD CONSTABLE – 2024
अपने को पंडित माननेवाला – पंडितम्मन्य
अपने धर्म के विपरीत आचरण करने वाला – विधर्मी
अपने कर्तव्य का निर्णय न कर सकने वाला – किंकर्तव्यविमूढ़
अगहन और पूस में पड़ने वाली ऋतु – हेमन्त
अंदर छिपा हुआ – अन्तर्निहित
अधिक बोलने वाला – वाचाल
अपने आप में खेद होना – आत्मग्लानि
अपनी गलती का एहसास होने पर मन में होने वाला दुःख – पश्चाताप
अनुमान के वैध नियमों का व्यवस्थित अध्ययन – तर्कशास्त्र
अन्वेषण करने का स्थान – अन्वेषणालय
अनुचित रीति से रखा हुआ – किंचित्
अभी-अभी जन्म लेने वाला – नवजात
अत्यंत लगन एवं परिश्रम वाला – अध्यवसायी
अन्न को पचाने वाली अग्नि – जठराग्नि
अविवाहित स्त्री के गर्भ से जन्म लेने वाला पुत्र – कानीन
अच्छा बुरा समझने की शक्ति का अभाव – अविवेक
अत्यधिक वृष्टि – अतिवृष्टि
अनुचित बात के लिए आग्रह – दुराग्रह
अर्द्ध रात्रि का समय – निशीथ
अच्छी तरह बोलने या कहने वाला – प्रवक्ता
अग्रज के विवाह के पूर्व अनुज का विवाह – अनुवेश
अण्डे से जन्म लेने वाला – अण्डज
अधिक बोलने वाला – वाचाल
अपना मतलब निकालने वाला – स्वार्थी
अनुकरण करने योग्य – अनुकरणीय
अपरिचित व्याक्ति – उपही
अस्त होता हुआ – अस्तगामी
अंक में स्थान पाया हुआ – अंकस्थ
अंश या भाग से संबंध रखने वाला – आंशिक
अन्य स्त्री के पास जाने या उससे संबंध रखने वाला व्यक्ति – अन्यग
अपने देश में उत्पन्न या बना हुआ – देशी
अन्य से संबंध न रखने वाला – अनन्य
अध्यापन (पढ़ाने) का काम करने वाला – अध्यापक
अत्यधिक बढ़ा -चढ़ा कर कही गई बात – अतिशयोक्ति
अन्याय करने वाला या अत्याचारी – आततायी
अधिक देर तक रहने वाला या चलने वाला – टिकाऊ
अवसर के अनुसार बदल जाने वाला – अवसरवादी
अधिक समय तक जीने की इच्छा – जिजीविषा
आवश्यकता से अधिक धन का संचय न करना – अपरिग्रह
आचार्य की पत्नी – आचार्यानी
आगे की ओर जाने वाला – आगामी
आज्ञा का पालन करने वाला – आज्ञाकारी
आत्मा और ईश्वर से संबंध रखने वाला – आध्यात्मिक
आश्रम में रहने वाला – आश्रमवासी
आधार से शिखर तक – आधोपांत
आचार-विचारों से युक्त” या “सदाचारी” – आचारपूत
आत्मा व परमात्मा का द्वैत अलग-अलग होना न माननेवाला – अद्वैतवादी
आया हुआ – आगत
आकाश में विचरण करने वाले जीव – नभचर
आकाश को चूमने वाला – गगनचुंबी
आवश्यकता से अधिक बरसात – अतिवृष्टि
आलोचना के योग्य – आलोच्य
आय और व्यय के आंकड़ों की जांच करने वाला – अंकेक्षक
आज से संबंध रखने वाला – अद्यतन,
आयोजन करने वाला व्यक्ति – आयोजक
आगे चलने वाला – अग्रगामी
आगे आने वाला – अग्रिम
आने की क्रिया – आगमन
आगे चलकर किसी विशिष्ट अतिथि का स्वागत करना – अगवानी
आगे का विचार करने वाला – अग्रसोची
आगे होने वाला – भावी
आदि से अंत तक – आद्योपांत
आदि शक्ति अर्थात देवी की उपासना करने वाला सम्प्रदाय – शाक्त
आशा रखने वाला – आशावान
आक्रामक स्वभाव वाला – आक्रमणशील
आदेश की अवहेलना – अवज्ञा
इन्द्रियों को जीतनेवाला – जितेन्द्रिय
इन्द्रियों को जीत लिया हो जिसने – जितेंद्रिय
इन्द्रियों को वश में करने वाला – इन्द्रियजित
इतिहास को जानने वाला – इतिहासज्ञ
इतिहास का ज्ञाता – अतिहासज्ञ
ईश्वर में आस्था रखने वाला – आस्तिक
ईश्वर पर विश्वास न रखने वाला – नास्तिक
उपकार के प्रति किया गया उपकार – प्रत्युपकार
उत्तर दिशा – उदीची
उत्तराधिकार में मिली जायदाद या संपत्ति – रिक्थ
उम्मीदों और आशाओं से भरा हुआ – आशावादी
उग्र एवं सदैव आत्मप्रशंसा करनेवाला नायक – धीरोद्धत
ऊपर से नीचे आना – अनुलोम,
ऊपर की ओर जाने वाला – ऊर्ध्वगामी
ऊपर की ओर बढ़ती हुई साँस – उध्र्वश्वास
ऊंचे स्वर में उच्चारण किया हुआ – उधर्वोच्चारित
ऋषि की कही गई बात – आर्ष
एक समाज या समुदाय का अपने मूल समृद्धि या स्वतंत्रता की मांग करना – अलगाववादी
एक स्थान से दूसरे स्थान पर चलने वाला – जंगम
एक वर्णनात्मक गद्य रचना है – कहानी
एक ही पूर्वज या वंश से उत्पन्न – सगोत्र
एक बार कही हुई बात बार-बार कहना – पुनरुक्ति
एक निश्चित समय के लिए कोई चीज़ किसी के पास रखना – अमानत
एक हज़ार वर्ष का समय – सहस्राब्दी
एक कल्पित पर्वत जिसके पीछे से सूर्य का उदय होता है – उदयांचल
एक प्रकार का यंत्र जिसकी सहायता से दूर के शब्द या दूर की आवाज़ ज्यों की त्यों सुनाई पड़ती है; (टेलीफ़ोन) – दूरभाषी
एकाधिक व्यक्तियों का साथ मिलकर गाना – सहगान
एक बार कही हुई बात को दोहराते रहना – पिष्टपेषण
एक ही जाति के लोग – सजातीय
एक ही समय में होने वाला – समकालीन
ऐसी चन्द्रिका (या शोभा) जिसे देखने या समझने वाला कोई न हो – अरण्य-चंद्रिका
ऐसा ग्रहण जिसमें सूर्य या चन्द्र का पूरा बिम्ब ढँक जाय – खग्रास
ऐसी भूमि जो उपजाऊ नहीं हो – ऊसर
ऐसा व्यक्ति है जो अतीत के बारे में अध्ययन करता है और लिखता है – इतिहासकार
ऐसी वृत्ति जिसका कुछ भी निश्चय या ठिकाना न हो – आकाशवृत्ति
ऐसी रचना या नाटक जो दुखांत हो – त्रासद
ऐसा व्रत, जो मरने पर ही समाप्त हो – आमरणव्रत
ऐसा कवि जो तत्काल रचना करता है – आशुकवि
कमर के नीचे पहने जाने वाला वस्त्र – अधोवस्त्र
कम बोलने वाला – मितभाषी
कठिनता से प्राप्त होने वाला – दुर्लभ
कई वस्तुओं के गुणों की समानता और असमानता दिखाने वाला – तुलनात्मक
कड़वी बात बोलने वाला – कटुभाषी
क्रम के अनुसार – यथाक्रम
क्रम को व्यक्त करने वाली संख्या – क्रमांक
कर्तव्य के प्रति आदरभाव रखने वाला – कर्तव्यपरायण
कठोर हृदय वाला व्यक्ति – निर्दय
कनक जैसी आभा वाला – कनकाय
कठिनता से पकड़ में आने वाला – दुरभिग्रह
कानून के द्वारा किया गया कार्य – कानूनी
कानूनी रूप से मान्य या प्रमाणित – वैध
कान को अच्छा लगनेवाला – कर्णप्रिय
काम करने की इच्छा – चिकीर्षा
किसी को मानसिक या शारीरिक तौर पर पीड़ित करना – प्रताड़ना
किसी को मानसिक या शारीरिक तौर पर पीड़ित करना – प्रताड़ना
किसी मत को मानने वाला – मतानुयायी
किसी विषय को भली भांति जानने वाला – विशेषज्ञ
किसी बात का मर्म या गूढ़ रहस्य जानने वाल – मर्मज्ञ
किसी शब्द का उच्चारण – कहना
किसी और स्थान पर – अन्यत्र
किसी की बुराई सोचना – व्यापाद
किसी घटित घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्ति – उत्तरदायी
किसी को भय से बचाने के लिए वचन देना – अभयदान
किसी बात पर बार-बार जोर देना – आग्रह
किसी एक व्यक्ति या नाटक के पात्र का अकेले ही बोलते जाना – एकालाप
किसी व्यवस्था को देखने वाला – व्यवस्थापक
किसी प्रक्रिया को बार-बार दोहराना – पुनरावृत्ति
किसी आकृति के सभी भुजाओं के माप – परिमाप
किसी संस्था को निगम का रूप देने की क्रिया – निगमन
किसी कार्य या बात के पूर्ण हो जाने की उम्मीद; इच्छा – आशा
किसी असंभव या बेहद कठिन कार्य के लिए किया गया साहस – दुस्साहस
किसी की कृपा अथवा उपकार से संतुष्ट होना – कृतकृत्य
किसी कार्य के होने या किसी के आने की आशा में रहना – प्रतीक्षा
किसी के उपकार को न मानने वाला – कृतघ्न
किसी पुरुष से प्रेम करने वाली अविवाहित स्त्री – अनूढा
किसी बात को बढ़ा-चढ़ाकर कहना – अतिशयोक्ति
किसी मत या प्रस्ताव का समर्थन करने की क्रिया – अनुमोदन
किसी पक्ष का समर्थन करने वाला – अधिवक्ता
किसी पद का उम्मीदवार – प्रत्याशी
किये हुए उपकार को मानने वाला – कृतज्ञ
किसी सीमा या नियम का उल्लंघन करना – अतिक्रमण
किसी वाद का विरोध करने वाला – प्रतिवादी
किसी अन्य व्यक्ति द्वारा गोद लिया जाना – दत्तक
किसी वस्तु को प्राप्त करने की तीव्र इच्छा – अभीप्सा
किसी वस्तु का भीतरी भाग – अभ्यन्तर
किसी कलाकार की कलापूर्ण रचना – कलाकृति
किसी विषय के बारे में ज्ञान या सूचना – जानकारी
किसी ग्रंथ में अन्य व्यक्ति द्वारा जोड़ा गया भाग – क्षेपक
किसी काम को चलाने वाला – प्रवर्तक
किसी वस्तु, व्यक्ति या मूल्यवान चीज़ की अत्यंत महत्वपूर्णता या महत्वता – अतिमूल्य
कुछ समय तक बनी रहने वाली तेज ध्वनि – नाद
कुछ न बोलने वाला या प्रतिक्रिया न करने वाला व्यक्ति – मूक दर्शक
कुश्ती लड़ने वाला व्यक्ति – पहलवान
कुबेर की नगरी- अलकापुरी
कृपा करने वाला – कृपालु
क़ैद की सज़ा पाने वाला व्यक्ति – कैदी
क्रोध करने वाला – क्रोधी
कोमल या मंद मधुर ध्वनि – कलरव
कोमल शरीर वाली स्त्री – कोमलांगी
खाने की इच्छा रखने वाला – बुभुक्षा
खाने से बचा हुआ जूठा भोजन – उच्छिष्ट
खाद्य सामग्री जो यात्रा के समय रास्ते में उपभोग के लिए दी जाती है – पाथेय
गज के समान गति से चलने वाली – गजगामिनी
ग्रंथ के बचे हुए अंश,जो प्राय: अंत में जोड़े जाते हैं – परिशिष्ट
गायों का स्वामी – गोस्वामी
गायों के चरने का स्थान – गोचर
गाय को चराने वाला – ग्वाल
गुरु के पास रहकर पढ़ने वाला – अन्तेवासी
गुण-दोष की विवेचना करने वाला – आलोचक
घर के सामने का मंच – आलिन्द
घड़े से उत्पन्न होने वाला – कुटज
घास छीलने वाला – घसियारा
घूमने फिरने वाला आदमी – यायावर
घृणा करने योग्य – घृणास्पदघर की मालकिन – गृहिणी
चक्र के आकार का, मंडलाकार – चक्राकार
चार पैरों वाला – चतुष्पद
चार भुजाओं वाला – चतुर्भुज
चारों दिशाओं में – चतुर्दिक
चारों ओर फैला हुआ या छितराया हुआ – विकीर्ण
चिर निद्रा को प्राप्त हुआ – चिरनिद्रित
छोटे कद का आदमी- बौना
जंगल की आग – दावाग्नि
जंगल में रहने वाला – जंगली
जहाँ खाना मुफ्त मिलता है – सदाव्रत
जब कोई विद्यार्थी बिना किसी विद्यालय तथा बिना किसी जहाँ पर वर्ष के अधिकांश समय बर्फ जमी होती है – हिमनद
जहाँ आसानी से पहुँचा जा सके – सुगम्य
जहां पहुंचा न जा सके – अगम
जहाँ सैनिक निवास करते हो – छावनी
जन्म के बंधन से रहित – अज
जल एवं स्थल दोनों मे रहने वाले जीव – उभयचर
जमीन पर रहने वाले जीव – स्थलचर
जब कोई विद्यार्थी बिना किसी विद्यालय तथा बिना किसी जहाँ पर वर्ष के अधिकांश समय बर्फ जमी होती है – हिमनद
जहाँ आसानी से पहुँचा जा सके – सुगम्य
जन्म के बंधन से रहित – अज
जहाँ जाना कठिन हो – दुर्गम
जानने की इच्छा रखने वाला – जिज्ञासु
जिसका स्पर्श करना वर्जित हो – अस्पृश्य
जिसका मूल्य न आँका जा सके – अमूल्य
जिसके हाथ में वज्र हो – वज्रपाणि
जिसका वर्णन न किया जा सके – वर्णनातीत
जिसका जन्म उच्च कुल में हुआ हो – अभिजात
जिसे पहले कभी न देखा गया हो – अनोखा
जिस स्त्री को कोई सन्तान न हो – बाँझ
जिसका भाषा द्वारा वर्णन असंभव हो – अनिर्वचनीय
जिसकी पहले से कोई सूचना न हो – आकस्मिक
जिसका आदर न किया गया हो – अनावृत
जिसे मर जाने की कामना हो – मुमूर्षु
जिसके मस्तक पर चन्द्रमा हो – चन्द्रमौलि
जिसके हृदय में ममता न हो – निर्मम
जिसमें कोई दोष न हो- निर्दोष
- जिसे अलग न किया जा सके – अभिन्न
जिसे शोक न हो – अशोक
जिसे किसी से भय न हो, निडर – निर्भय
जिसे किसी बात का पता न हो – अनभिज्ञ/अज्ञ
जिसे अध्यात्म का ज्ञान हो – ब्रह्मज्ञानी
जिस पर अभियोग (दोष) लगाया गया हो – अभियुक्त
जिसका कोई मुख्य कारण या हेतु हो – समूल
जिसका चित्त कहीं और हो – अन्यमनस्क
जिसमें बहुत पत्ते लगे हों – पर्णल
जिसमें जीवन नहीं होता या जीवन समाप्त हो चुका होता है – निर्जीव
जिससे लाभ हो या जो लाभ देने वाला हो – फायदामंद
जिसमें आर्द्रता या नमी न हो – सूखा
जिसमें रात को चन्द्रमा बिल्कुल दिखाई नहीं देता – अमावस्या
जिसका चिंतन न किया जा सके – अचिंत्य
- जिसका खण्डन न हो सके – अखण्डनीय
जिसका वर्णन न किया जा सके – अवर्णनीय
- जिसका खण्डन हो सके – .खण्डनीय
जिसकी कोई सीमा न हो – असीमित
जिसका यश चारों ओर फैला हो – यशस्वी
- जिसकी कल्पना गई हो – कल्पित
जिसकी इच्छा हो – वांछित
जिसका होना निश्चित हो – अवश्यंभावी
जिनके द्वारा किसी देश के आर्थिक क्रियाकलापों का नियमन होता है – अर्थनीति
जिसके अंदर का भाग खाली हो – खोखला
जिसके सिर के बाल झड़ गए हों – खल्वाट
जिसका कोई आधार नहीं हो – निराधार
जिसके पार देखा न जा सके – आपारदर्शक
जिसे ठीक नहीं किया जा सकता – दुस्तर
जो इन्द्रियों से परे हो – अगोचर
जिसको भेदा न जा सके – अभेद्य
जिसे जाना न जा सके – अज्ञेय
जो चीज संसार में व्याप्त हो – लौकिक
जिसे रोका न गया हो – अनिरुद्ध
जिसका कोई आकार न हो – निराकार
जिसका परिहार न हो सकता हो – अपरिहार्य
जिसका अपहरण हो सके – अपहार्य
जिसे आश्वासन दिया गया हो – आश्वस्त
जिस पर आक्रमण हुआ हो – आक्रांत
जिस पर आक्रमण न किया गया हो – अनाक्रांत
जिसमें धैर्य हो – धीर
जिस पर अधिकार न हो – अनाधिकृत
जिसे मापा जा चुका हो – परिसीमित
जिसकी सीमा या हद हो – ससीम
जिसको लाँघना कठिन हो – दुर्लघ्य
जिसकी थाह या गहराई का पता न चल सकें – अथाह
जिसकी सीमा निश्चित की गई हो – सीमांकित
जिसकी तुलना न हो सके – अतुलनीय
जिसका नैतिक पतन हो चुका हो – पतित
जिसका दमन करना कठिन हो – दुर्दम्य
जिसकी गिनती न हो सके – असंख्य
जिसमें किसी प्रकार की इच्छा न हो – नि:स्पृह
जिसका उपाय कठिन हो – दुःसाध्य
जिसे सबसे पहले गिनना उचित हो – अग्रगण्य
जिसे जल्दी या शीघ्र ही गुस्सा आता हो – गुस्सैल
जिसकी तुलना न की जा सके – अतुल
जिसकी पराजय न हो – अपराजेय
जिसकी कोई उपमा न हो (अद्वितीय) – अनुपम
जिसका जन्म न हुआ हो – अजन्मा
जिसका कोई स्वामी हो – सनाथ
जिसके आर-पार देखा जा सके – पारदर्शक
जिसमें कोई क्रिया या व्यापार न हो – निष्क्रिय
जिसने इंद्र पर विजय प्राप्त की हो – इंद्रजीत
जिसके बालों में चंद्रमा है – चंद्रचूड़
जिसके सर पर चन्द्रमा हो – चन्द्रशेखर
जिसके बारे में पता न हो – अज्ञात
जिससे तुलना या समता हो – उपमान
जिसका कोई प्रतिद्वंद्वी या विरोधी न हो – निर्द्वन्द्र
जिनकी सवारी हंस है – हंसवाहिनी
जिसने चित्त किसी विषय में दिया (लगाया) है – दत्तचित
जिन शब्दों का कोई अर्थ नहीं होता है – निरर्थक
जिन शब्दों का कुछ-न-कुछ अर्थ हो – सार्थक
जिसने पवित्र उद्देश्य के लिए जीवन दान किया हो – हुतात्मा
जिसका सम्बन्ध पृथ्वी से न हो – अपार्थिव
जिसका तेज निकल गया है – निस्तेज
जिसकी जानकारी बहुत अधिक हो – विज्ञ
जिसकी गहराई का पता लगाना कठिन हो – अगाध
जिसकी ग्रीवा(गर्दन) सुंदर हो – सुग्रीव
जिसकी तुलना न की जा सके – अतुलनीय
जिसके सभी दाँत झड़ चुके हों – पोपला
जिस स्त्री का पति मर चुका हो – विधवा
जिसका पति परदेश से वापस आ गया हो – आगत पतिका
जिसका भाग्य अच्छा ना हो – अभागा
जिसमें कोई विवाद ही न हो – निर्विवाद
जिसका उदर लंबा हो – लंबोदर
जिसके हाथ-पैर या शरीर के किसी अंग में विकृति हो – अपाहिज
जिसके पास कोई आश्रय या आधार ना हो – बेसहारा
जिसका कार्य या व्यापार प्रतिबंध द्वारा सीमित कर दिया गया हो – नियंत्रित
जिसके नेत्र मछली के नेत्रों के समान हो – मीनाक्षी
जिसके नीचे रेखा हो – रेखांकित
जिसके पास कोई रोजगार न हो – बेरोजगार
जिसका कोई स्वामी न हो – अनाथ
जिसकी आंखें मगर जैसी हो – मकराक्ष
जिसके सिर पर चंद्रमा हो – चंद्रशेखर
जिसके हाथ में शूल हो – शूलपाणि
जिसका उल्लेख किया गया हो – उल्लिखित
जिसमें सहन शक्ति हो – सहिष्णु
जिसकी कोई सीमा न हो – असीम
जिसके पाणि(हाथ) में वीणा है – सरस्वती
जिसके आने की तिथि मालूम न हो – अतिथि
जिसका वर्णन किया गया हो – वर्णित
जिसे गुप्त रखा जाए – गोपनीय
जिसे टाला न जा सके – अटल
जिसे भले-बुरे का ज्ञान न हो – अविवेकी
जिसमें सुनने की क्षमता न हो – बधिर
जिसका विभाजन न किया जा सके – अविभाज्य
जिसकी गहराई का पता न लग सके – अथाह
जिसे चाह न हो – विरक्ति
जिसकी आशा न की गई हो – अप्रत्याशित
जिसके पास कुछ भी न हो- अकिंचन
जिस स्त्री का विवाह अभी हुआ हो – नवोढ़ा
जीतने की इच्छा – जिगीषा
जो व्यर्थ का व्यय करता हो- अपव्ययी
जो सुना हुआ न हो – अश्रव्य
जो युद्ध मे स्थिर रहता हो – युधिष्ठिर
जो असाधारण या अनोखा हो – अलौकिक
जो अपने स्थान या स्थिति से अलग न किया जा सके – अच्युत
जो सदा से चला आ रहा हो – अनित्य
जो कानून के विरुद्ध हो – अवैध
जो बाद मे जन्मा हो – अनुज
जो आँखों के सामने न हो – परोक्ष
जो इंद्रियों द्वारा न जाना जा सके – अतीन्द्रिय
जो भविष्य में अवश्य होने वाला हो – भवितव्य
जो पढ़ा न गया हो – अपठित
जो पढ़ा हुआ हो – पठित
जो आँखों के सामने हो – प्रत्यक्ष
जिसके आदि (आरम्भ) का पता न हो – अनादि
जो पहले न हुआ हो – अपूर्व
जिसे बुलाया न गया हो – अनाहुत
जो कुछ नही जानता हो – अज्ञानी
जो किसी कार्य या चिंतन में डूबा हुआ हो – तल्लीन
जानने की इच्छा – जिज्ञासा
जो ग्रहण करने योग्य न हो – अग्राह्य
जो साधा न जा सके – असाध्य
जो किसी पर निर्भर हो – आश्रित
जिसे लाँघा न जा सके – अलंघनीय
जो निन्दा के योग्य हो – निन्दनीय
जो सबको प्रिय हो – सर्वप्रिय.
जो ऋण-मुक्त हो गया हो – उऋण
जिसका दमन न किया जा सके – अदम्य
जो खाने योग्य हो – खाद्य
जो स्त्री के वशीभूत या उसके स्वभाव का है – स्त्रैण
जो शीघ्र किसी बात या युक्ति को सोच ले – प्रत्युत्पन्नमति
जो पृथ्वी से सम्बद्ध है – पार्थिव
जो तौला मापा जा सके – परिमेय
जो स्त्री प्रिय बोलती हो’ – प्रियंवदा
जो स्त्री अभिनय करे – अभिनेत्री
जिस स्त्री का पति जीवित हो – सधवा
जो शोक करने योग्य न हो- अशोक्य
जो कहा न जा सके – अकथनीय
जो कुछ न करता हो – अकर्मण्य
जिसकी कल्पना की जा सके – कल्पनीय
जिसकी कल्पना न की जा सके – अकल्पनीय
जिसका खण्डन न हो सके – अकाट्य
जिस पुस्तक में आठ अध्याय हो – अष्टाध्यायी
जिसमें कुछ करने की क्षमता न हो – अक्षम
जिसका अहंकार चूर हो गया हो – आतगर्व
जिसका कोई दूसरा उपाय ना हो – अनन्योपाय
जिस पुरुष की पत्नी साथ नहीं है – विपत्नीक
जिस पर हमला हुआ हो – आक्रान्त
जिस पर कर्ज़ या ऋण हो – कर्जदार
जिसका काम सिद्ध हो चुका हो – कृतकार्य
जिसकी दो माताएँ हों – द्वैमातुर
जिसका उद्भव हुआ हो – उद्भूत
जिसका संरक्षण किया गया हो – संरक्षित
जिसका किसी से वियोग हुआ हो – वियोगी
जिसका कोई अंत न हो – अनंत
जिसकी आशा या अपेक्षा की गई हो – अपेक्षित
जिसका समय बीत गया हो – कालातीत
जिसमें नम्रता हो – विनीत
जिसके पास धन न हो – दरिद्र
जिसके आने की पूर्व में सूचना प्राप्त हो – अभ्यागत
जिस पुरुष की पत्नी साथ नहीं है – विपत्नीक
जिस पर हमला हुआ हो – आक्रान्त
जिस पर कर्ज़ या ऋण हो – कर्जदार
जिसका काम सिद्ध हो चुका हो – कृतकार्य
जिसकी दो माताएँ हों – द्वैमातुर
जिसका उद्भव हुआ हो – उद्भूत
जिसका पति परदेश जाने वाला हो – प्रवत्स्यत्पतिका
जिस पर विचार न किया गया हो – अविचारित
जिस पर विश्वास न हो – अविश्वसनीय
जिसका संरक्षण किया गया हो – संरक्षित
जिसका किसी से वियोग हुआ हो – वियोगी
जिसका कोई अंत न हो – अनंत
जिसकी आशा या अपेक्षा की गई हो – अपेक्षित
जिसका समय बीत गया हो – कालातीत
जिसमें नम्रता हो – विनीत
जिसके पास धन न हो – दरिद्र
जिसके आने की पूर्व में सूचना प्राप्त हो – अभ्यागत
जिसका अनुभव किया गया हो – अनुभूत
जिसका कोई निश्चय न हो – अनिश्चित
जिसमें सत्वगुण की प्रधानता हो- सात्विक
जिसका कोई निश्चित घर न हो – अनिकेत
जिसे आँखों से नहीं देखा जा सकता – अगोचर
जिस स्त्री को उसके पति ने छोड़ दिया हो – परित्यक्ता
जिसमें बहुत शक्ति हो – शक्तिशाली
जिसमें कोई अच्छा गुण न हो – निर्गुण
जिसका बुढ़ापा ना आए – अजर
जिसके हृदय पर आघात हुआ हो – मर्माहत
जिसका दमन किया गया है – दमित
जिस स्थान पर कोई न जा सके – अगम्य
जो अशिष्ट व्यवहार करता हो – गँवार
जिसकी समस्त कामनाएं पूरी हो गई हो – आप्तकाम
जिसका उदय हाल में हुआ हो – नवोदित
जिसका कोई शत्रु ही न जन्मा हो – अजातशत्रु
जिसकी उपमा न दी जा सके – अनुपम
जिसको प्राप्त न किया जा सके – अलभ्य/ अप्राप्य
जिसकी नाप तोल ना हो सके – अपरिमेय
जिस पर विजय पाना कठिन हो – दुर्जेय
जिसका उत्साह नष्ट हो गया हो – हतोत्साहित
जिसके होने या घटने की संभावना हो – संभव
जिसे क्षमा न किया जा सके – अक्षम्य
जो खाया न जा सके – अखाद्य
जो गिना न जा सके – अगणित
जिसका जन्म पहले हुआ हो – अग्रज
जिस हँसी से अट्टालिका तक हिल जाय – अट्टहास
जो अपनी जगह से न डिगे – अडिग
जो व्यक्ति अपने हाथ में तलवार लिए रहता है – खड्गहस्त
जो क्षण भर में नष्ट हो जाए – क्षणभंगुर
जो कभी न आया हो (भविष्य) – अनागत
जिस पर किसी ने अधिकार कर लिया हो – अधिकृत
जो श्रेष्ठ गुणों से युक्त न हो – अनार्य
जिसे कोई इच्छा ना हो – निस्पृह
जो बीत चुका हो – अतीत
जो दूसरों पर अत्याचार करें – अत्याचारी
जिसकी थाह न हो – अथाह
जो देखने योग्य न हो – अदर्शनीय
जो आगे की न सोचता हो – अदूरदर्शी
जो दिखाई न दे – अदृश्य
जो पहले न देखा गया हो – अदृष्टपूर्व
जो दिया न जा सके – अदेय
जिसके समान कोई दूसरा न हो – अद्वितीय
जिसमें तेज हो – तेजस्वी
जैसा उचित हो वैसा – यथोचित
जो गाया न जा सके – अगेय
जो अपने मत का अनुयायी हो – आत्माभिमत
जो विज्ञान का ज्ञाता हो – विज्ञानी
जो किसी सेवा-कार्य में अपनी इच्छा से करता हो – स्वयंसेवक
जो सभी को एक समान दृष्टि से देखता हो – समदर्शी
जो पढ़ना लिखना जानता हो – साक्षर
जो पढ़ा लिखा न हो – निरक्षर
जो इच्छा के अधीन है – ऐच्छिक
जो कभी घटित न हो सकता हो – असंभव
जो अपना भोजन स्वयं पकाता है – स्वयंपाकी
जो लोगों द्वारा चुना गया हों – निर्वाचित
जो कई जगह से टूटा हुआ हो – खंडित
जो भूगोल से संबंध रखता हो – भौगोलिक
जो ब्रह्माण्ड से संबंध रखता हो – खगोलिक
जो भूल जाने योग्य न हो – अविस्मरणीय
जो छूने योग्य न हो – अछूत
जो किसी पर अभियोग(दोष) लगाए – अभियोगी
जो किसी काम का न हो – नकारा
जो मकान या काठ(लकड़ी),धातु आदि के सामान बनाता हो – कारीगर
जो अद्भुत विलक्षण से युक्त हो – अनूठा
जो सभी जगह व्याप्त या मौजूद हो – सर्वव्यापी
जो नष्ट हो जाय या जो नष्ट हो जाने के योग्य हो – नश्वर
जो बात पहले कभी न हुई हो – अभूतपूर्व
जो सिद्ध या पूरा किया जा सके – साध्य
जो गणना करने योग्य न हो – नगण्य
जो धन संग्रह करता हो और जरूरत पड़ने पर भी ख़र्च नही करता हो – कृपण
जो वध के योग्य न हो – अवध्य
जो आदर करने योग्य हो – आदरणीय
जो किसी विषय का पूर्ण विद्वान हो – पारंगत
जो उदारतापूर्वक और अधिक मात्रा में दान करता हो – मुक्तहस्त
जो प्रमाण से सिद्ध न हो सके – अप्रमेय
जो कभी हार नहीं मानता और लगातार प्रयास करता है – विजेता
जो वचन से परे हो – वचनातीत
जो छाती के बल चलता हो – उरग
जो अभाव से पीड़ित या गरीबी का मारा हो – अभावग्रस्त
जो सदा सत्य बोलता हो – सत्यवादी
जो इतिहास से संबंध रखता है – ऐतिहासिक
जो बुद्धि द्वारा जाना जा सके – बुद्धिजीवी
जो कार्य कठिनता से हो सके – दुष्कर
जो पुरुष अभिनय करता है – अभिनेता
जो शत्रु की हत्या करता है – शत्रुघ
जो कर्त्तव्य से च्युत हो गया है – कर्त्तव्यच्युत
जो अपने स्थान से डिग गया हो – च्युत
जो सप्ताह में एक बार होता हो – साप्ताहिक
जो दो भाषाएँ जानता हो – दुभाषिया
जो पिता की हत्या कर चुका हो – पितृहन्ता
जो माता की हत्या कर चुका हो – मातृहन्ता
जो भूमि उपजाऊ न हो – बंजर
जो प्रशंसा के योग्य हो – प्रशंसनीय
जो एक समान (बराबर) न हो – असमान
जो सदा से चला रहा है – अनवरत
जो बुलाया न गया हो – अनाहूत
जो वन में घूमता हो – वनचर
जो स्थिर रहे – स्थावर
जो शरण में आया हो – शरणागत
जो विधान या नियम के विरुद्ध हो- असंवैधानिक
जो मुश्किल से प्राप्त हो – दुष्प्राप्य
जो विधान के विपरीत हो – अवैधानिक
जो छोटी जाति में जन्म लिया हो – अन्त्यज
जो बाह्य संसार के ज्ञान से अनभिज्ञ हो – अलोकज्ञ
जो कठिनाइयों से पचता है – गरिष्ठ/गुरुपक
जो एक स्थान पर टिक कर नहीं रहता – यायावर
जो हक़ीक़त न हो – काल्पनिक
जो क्रिया से युक्त हो – सक्रिय
जो वन्दना करने योग्य हो – वन्दनीय
जो पूजा करने योग्य हो – पूजनीय
जो चल रहा हो या जारी हो – वर्तमान
जो प्रत्यक्ष प्रमाणों द्वारा सिद्ध हो – प्रामाणिक
जो करने योग्य न हो – अकरणीय
जो काल से परे हो – कालातीत
जो किसी के प्रति निष्ठा रखता हो – निष्ठावान
जो मन को न भावे – कटु
जो लौटकर आया हो – प्रत्यागत
जो वास्तविक न हो किन्तु कुछ बराबर या समान हो – कल्प
जो काबू में न किया जा सके – अशक्य
जो घायल नहीं किया जा सकता – उरक्षत
जो नया न हो – अनूतन
जो अस्त-व्यस्त हो – विपर्यस्त
जो व्यवहार के लिए उपयुक्त या ठीक हो – व्यावहारिक
जो व्यक्ति ‘किसी की सहायता करता है’ – सहायक
जो कहा जा सके – कथन
जो देने योग्य हो – देय
जो प्रमाण से सिद्ध हो सके – प्रमेय
जो कम जानता हो – अल्पज्ञ
जो कुछ भी नहीं जानता हो – अज्ञ
जो सदा से चला आ रहा हो – सनातन
जो तत्काल उत्तर दे सके – प्रतिउत्पन्नमती
जो साहित्य कला आदि में रस न ले – अरसिक
जो बिन माँगे मिल जाए – अयाचित
जो दूसरों के अधीन न हो – स्वाधीन
जो व्यक्ति विदेश मे रहता हो – अप्रवासी
जो सहनशील न हो – असहिष्णु
जो बाएँ और दाएँ दोनों हाथों से तीर चला ले – सव्यसाची
जो किए जाने योग्य हो’ – करणीय
जो कभी मरता न हो – अमर
जो अपने आप में अनोखा हो – पुष्कर
जो बहुत मंद गति से कार्य करता हो – मंथर
जो व्यक्ति अच्छे आचरण वाला हो – सदाचारी
जो सदा दूसरों पर संदेह करता हो – शंकालु
जो कभी नष्ट न होने वाला हो – अनश्वर
जो ऊंची जाति में जन्म लिया हो – कुलीन
जो हर काम में आवश्यकता से अधिक देर लगाता हो – दीर्घसूची
जो तर्क द्वारा माना जा चुका हो – तर्कसम्मत
जो स्त्री सूर्य भी न देख सके – असूर्यपश्या
जो ज्ञान का इच्छुक हो – ज्ञानपिपासु
जो तर्क की दृष्टि से बिल्कुल ठीक या प्रमाणित हो – तर्कसिद्ध
जो दंड पाने योग्य हो – दंडनीय
जो मुश्किल से खाया जा सके – दुर्भक्ष
जो पीने योग्य नहीं हो – अपेय
जो खंडित न हुआ हो – अखंडित
जो क्षीण न हो सके – अक्षय
जो प्रत्यय न हो परंतु अनुमानित या तर्क साध्य हो – तर्कसाध्य
जो नष्ट नहीं हो सकता – अविनाशी
जो भू-धारण करता हो – भूधर
जो किसी वस्तु आदि की प्राप्ति की इच्छा करता हो – लिप्सु
डुग्गी बजाकर दी जानेवाली सूचना – मुनादी
तट पर या उसके निकट स्थित – तटवर्ती
तर्क के लिए किसी बात की कल्पना करना – परिकल्पना
तांडव नृत्य की मुद्रा में शिव – नटराज
तिनकों का घर – उटज
तीन लोको का समूह – त्रिलोक
तीव्र बुद्धि वाला छात्र – मेधावी
तीनों कालों की बात जानने वाला – त्रिकालज्ञ
तीन वस्तुओं का समूह / तीन रास्तों के मिलने का स्थान – त्रिक
तेज गति से चलने वाला – द्रुतगामी
तीन नदियों का संगम – त्रिवेणी
तीनों लोकों का स्वामी – त्रिलोकी
तीन प्रहरों वाली रात – त्रियामा
तेज़ गति से – सत्वर
तैरने की इच्छा – तितीर्षा
दर्शन के योग्य – दर्शनीय
दाव (जंगल) में लगने वाली आग – दावानल
दाहिने कंधे पर रखा हुआ – अपसव्य
दिल से होनेवाला – हार्दिक
दिखाई देने योग्य – दृष्टव्य
दीन-दुखियों की रक्षा करने वाला – प्रणतपाल
दुःख देनेवाला – दुःखद
दूसरों के दोषों को खोजना – छिद्रान्वेषण
दूसरों की भलाई करने वाला- परमार्थी/ परोपकारी
दूसरों के मामले या काम में दख़ल देना – हस्तक्षेप
दूसरों की उन्नति को देखकर जलने वाला – ईर्ष्यालु
दूर की बात सोचने समझने वाला – दूरदर्शी
दूर तक देखने वाला यंत्र – दूरबीन
दूसरों पर उपकार करने वाला – उपकारी
दूसरों पर आश्रित रहने वाला – पराश्रित
दूसरे के अन्न पर जीने वाला – परान्नभोगी
दूर तक की बात सोचनेवाला – दीर्घदर्शी
देखने की इच्छा – दिदृक्षा
देश में विदेश से माल आने की क्रिया – आयात
देहरी पर रंगों से बनाई गई चित्रकारी – अल्पना
देवताओं का उपवन – नंदनकानन
दो लोगों के मध्य होने वाला क्रय – विक्रय या व्यापार
दो भाषाएं बोलने वाला – द्विभाषी
दो वेदों को जानने वाला – द्विवेदी
दोपहर से पहले का समय – पूर्वाह्न
दोपहर के बाद का समय – अपराह्न
दो परस्पर विरुद्ध वस्तुओं का जोड़ा – द्वंद्व
दो पर्वतों की बीच की भूमि के लिए एक शब्द – घाटी
दो या दो से अधिक वस्तुओं को मिलाकर एकरूप देना – एकीकरण
दोपहर से पहले का समय – पूर्वमध्याह्न
दो बार जन्म लेने वाला – द्विज
दो या दो से अधिक नदियों के मिलने का स्थान – संगम
धरती और आकाश के बीच का स्थान – अंतरिक्ष
धर्म या शास्त्र के विरुद्ध कार्य – अधर्म
ध्वनिहीन या शांत होने की अवस्था – नीरवता
धर्म से संबंध न रखने वाला – अधार्मिक
धर्म का आचरण करने वाला – धर्मात्मा
धर्मनिष्ठ मुसलमान – नमाज़ी
धार्मिक कर्तव्यों का विधि-विधान – कल्प
नवजात शिशु को जन्म देने वाली स्त्री – प्रसूता
नगर में वास करने वाला – नागरिक
नयनों को सुंदर लगने वाला – नयनाभिराम
निंदा के बहाने स्तुति – व्याजस्तुति
नियमित तथा निर्बाध रुप से मिलाकर बुना हुआ, पिरोया हुआ – अनुस्यूत
निराधार अभियोग, झूठा दावा – अभ्याख्यान
नियमों का पालन करने वाला – नियमानुकूल
नीति-ज्ञान रखनेवाला – नीतिज्ञ
नीचे से ऊपर तक – आपादमस्तक
नीति के अनुसार होने वाला (आचरण या व्यवहार) – नैतिक
पदार्थ का सबसे छोटा भाग – अणु
पहले से सोचने-समझने की शक्ति – दूरदृष्टि
परम्परा से सुना हुआ – आनुश्राविक
पर पुरुष से प्रेम करने वाली स्त्री – परकीया
परलोक से संबंध रखने वाला – पारलौकिक
परम्परा से चली आ रही बात – अनुश्रुति
पर्वत के नीचे तलहटी की भूमि – उपत्यका
पहनने के योग्य – परिधेय
प्रत्येक या हर दिन होने वाला – प्रतिदिन या दैनिक
पंडित की पत्नी – पंडिताइन
पंद्रह दिन में प्रकाशित होने वाला – पाक्षिक
पश्चिम दिशा में स्थित वह कल्पित या मिथकीय पर्वत जिसके
प्राण देने वाली – प्राणदा
पत्रों आदि को दूरस्थ स्थानों पर पहुँचाने वाली सेवा – डाक सेवा
पर्वतपुत्री होने के कारण भवानी को कहा जाता है – शैलजा
पर्वत की कन्या – पार्वती
पहाड़ के ऊपर की समतल जमीन – अधित्यका
प्राचीन आदर्शों पर चलने वाला – गतानुगतिक
प्राण तक लेने की इच्छा रखने वाला – शत्रु
पाप करने के बाद स्वयं दंड पाना – प्रायश्चित
प्राणियों की चेतन वृत्ति का कारणस्वरूप – जीवात्मा
प्राण रक्षा करने वाला – प्राणद
प्रिय से मिलने की इच्छा – अभिलाषा
पिता के घर पर रहने वाली युवती – सुवासिनी
पीछे की ओर जाने वाला – प्रतिगामी
पीने की इच्छा – पिपासा
पीछे सूर्यास्त होना माना जाता है – अस्ताचल
पीछे चलने वाला – अनुचर
पुस्तकों की समीक्षा करने वाला – समीक्षक
पूछने योग्य – पृष्टव्य
फूलों का गुच्छा – स्तवक
पूरब और उत्तर के बीच की दिशा – ईशान
पृथ्वी के तीनों ओर पानी वाला स्थान – प्रायद्वीप
पृथ्वी या भूमि से स्वयं निकला हुआ – स्वयंभू
पृथ्वी को धारण करने वाला – महीधर
पैर से मस्तक तक – आपादमस्तक
फेंक कर चलाया जाने वाला हथियार – अस्त्र
बहुत कम खर्च करने वाला – मितव्ययी
बरसात बिल्कुल न होना – अनावृष्टि
बरसात के चार महीने – चौमासा
बहुत पढ़ने वाला – पढ़ाकू
बहुत मेहनत करने वाला – परिश्रमी
बहुत कम बरसात होना – अल्पवृष्टि
बहुत सी भाषाएँ जानने वाला – बहुभाषाविद्
बहुत दिनों तक रहने वाला – चिरस्थायी
ब्रह्मचर्य का पालन करने वाला – ब्रह्मचारी
बाहर से शहर में वस्तुओं / सामान लाने के लिए लगने वाले
कर – चुंगी
बाणों को रखने का साधन – तुणीर
बालक से वृद्ध तक – आबालवृद्ध
बार-बार होने की क्रिया अवस्था या भाव – बारम्बारता
बादल की तरह गरजने वाला – मेघनाद
बिना प्रयास/परिश्रम के – अनायास
बिलख-बिलख कर रोने की क्रिया – विलाप
बिना वेतन के काम करने वाला – अवैतनिक
बिजली की तरह चमकने वाला – विद्युत्प्रभ
बिना स्वार्थ के कार्य करने वाला – निस्वार्थी
बिना पलक झपकाए हुए – निर्निमेष
बीज का अंकुरित होना – अंकुर
बुरा आचरण करने वाला – दुराचारी
भगवान शिव – कृशांग
भलाई चाहने वाला – हितैषी
भयभीत करने वाला – त्रासक
भली प्रकार से सीखा हुआ – अभ्यस्त
भारत के राज्यों द्वारा गठित भ्रष्टाचाररोधी संस्था – लोकायुक्त
भोजन न करने वाला – निराहार
भौहों के बीच का ऊपरी भाग – त्रिकुटी
मरण तक – आमरण
मन की बात जानने वाला – अंतर्यामी
मन को मोह लेने वाला – मनोहर
मरने की इच्छा – मुमूर्षा
मार डालने की इच्छा – जिघांसा
मास में एक बार आने वाला – मासिक
माल-सामान की बिक्री करनेवाला – विक्रेता
माया करने वाला – मायावी
मांस रहित भोजन करने वाला – निरामिष
मीठा बोलने वाला – मृदुभाषी
मृग के समान आँखों वाली – मृगनयनी
मृत्यु को जीतने वाला – मृत्युंजय
मेड़ों में बनाए गए छोटे-छोटे वर्गाकार या आयताकार भाग – क्यारी
मोक्ष की या मुक्ति की इच्छा रखने वाला – मुमुक्षु
युवा या युवती होने की अवस्था या भाव – यौवन
रक्षा करने वाला – रक्षक
राजाओं या महाराजाओं से संबंध रखनेवाला – राजशाही
राजनीति करने वाला व्यक्ति – राजनीतिज्ञ
राज्य के नीति नियम – राजनीति
राज्य चलाना या राज करना – शासन
रात और संध्या के बीच की वेला – गोधूलि
राजा के संरक्षण में रहने वाला – राजाश्रित
रात्रि में विचरण करने वाला – निशाचर
रात्रि का प्रथम प्रहर – प्रदोष
रोजमर्रा की आदत होना या फिर आदत बन जाना – आदती
लड़ने की इच्छा रखने वाला – युयुत्सु
लाखों वर्षो का समय – युग
लिखित सम्प्रेषण का एक महत्वपूर्ण माध्यम – विज्ञप्ति
लेख लिखने वाला – लेखक
लंबे समय तक जीवित रहने वाला – चिरंजीवी
वह स्त्री जिसके साथ प्रेम किया जाय – प्रेयसी
वह मार्ग जिससे कोई वस्तु बाहर निकलती हो – निर्गम
वह स्त्री जो सूर्य भी न देख सके – असूर्यम्पश्या
वह व्यक्ति जो सांसारिक सुखों का त्याग कर दिया हो – वैरागी
वस्तुओं एवं सेवाओं को किसी देश से दूसरे देशों में भेजना – निर्यात
वह व्यक्ति जो सांसारिक जीवन का त्याग कर दिया हो और धार्मिक जीवन जीता हो – संन्यासी
वह सूचना जो सरकार की ओर से जारी हो – अधिसूचना
वह व्यक्ति जो अवैध रूप से माल का परिवहन करता हो – तस्कर
वह बगीचा जिसमें अशोक के वृक्ष लगे हों – अशोकवाटिका
वह हथियार जो हाथ में थामकर चलाया जाता है – ‘शस्त्र’
वह स्त्री जिसके पति ने दूसरी शादी कर ली हो – अध्यूढ़ा
वह स्त्री जिसका पति परदेश से आने वाला हो – आगमिस्यतपतिका
वह स्त्री जो वेदों का ज्ञान रखती हो – विदुषी
वह भाई जो अन्य माता से उत्पन्न हुआ हो – अन्योदर
वह स्थान जहाँ पृथ्वी और आकाश मिलते दिखाई देते हैं – क्षितिज
वह व्यक्ति जिसे किसी मामले में सब कुछ करने का अधिकार हो – सर्वेसर्वा
वह जो युद्ध करता हो – सामंत
वह व्यक्ति जो काव्य अथवा कविता की रचना करता हो – कवि
वह स्थान जहाँ से गंगा निकलती है – गंगोत्री
वह जो गीत गाकर अपनी जीविका का निर्वाह करता हो – गायक
वह स्थान जहाँ सीमा का अंत होता हो – सीमांत
वह स्थान जहाँ से यमुना निकलती है – यमुनोत्री
वह स्थान जहाँ व्यक्ति पहुंचना चाहता है – गंतव्य
वह व्यक्ति जो अंतिम वर्ण में उत्पन्न हुआ हो – अंत्यज
वह इंद्रिय जिससे कोई काम किया जाता है – कर्मेंद्रिय
वह जो अपने किसी काम के लिये कोई वकील या प्रतिनिधि नियुक्त करे – मुवक्किल
वह जिस पर कोई जुर्म या अपराध लगाया गया हो – मुजरिम
वह रचना जिसमें कल्पना का आधिक्य हो – कल्पनाजन्य
वह इंद्रिय जिससे बाह्य विषयों का ज्ञान हो – ज्ञानेंद्रिय
वह जो प्रत्येक स्थान पर फैला हुआ हो – व्यापक
व्याकरण के आचार्य को कहते है – वैयाकरण
वह महिला जो अनाज पीसती है – पिसनहारी
वह ग्रंथ जिमसें कर्म, उपासना और ज्ञान तीनों का वर्णन हो – त्रिकांडी
वह पत्र जिसमें किसी को कोई काम करने का अधिकार दिया जाए – अधिपत्र
वर्ष में एक बार होने वाला – वार्षिक
वह नायक जो सदा बना-ठना और प्रसन्नचित्त रहता हो – धीरललित
वह व्यक्ति जो लोहे को पीटकर अपना गुजारा चलाता है – लोहार
वन का एक छोटा भाग या हिस्सा – वनखंडी
वह भूमि जिसमें अन्न उपजता हो – उर्वरा
वह जिसे रात को दिखाई न पड़ता हो – क्षणद
वह स्थान जहाँ तीर्थयात्रियों को निःशुल्क या अत्यन्त कम शुल्क पर ठहरने की व्यवस्था हो – धर्मशाला
विरोध करने वाला – विरोधी
विवाहित पत्नी से उत्पन्न पुत्र – औरस
विजय प्राप्त करने वाला – विजयी
वियोग की अवस्था का करुण विलाप – प्रलाप
विष्णु के उपासक – वैष्णव
विज्ञान से संबंध रखने वाला – वैज्ञानिक
विधानमंडल द्वारा पारित या स्वीकृत नियम – अधिनियम
वृक्षों और बेलों से घिरा स्थान – कुंज
वे प्रशासनिक निर्णय जो राष्ट्र की सीमा के अन्दर के मुद्दों से सम्बन्धित होते हैं – गृहनीति
वेतन पर काम करने वाला – वैतनिक
शरीर का व्यापार करने वाली स्त्री – गणिका
शरण पाने का इच्छुक – शरणार्थी
शक्तिशाली, दयालु और योद्धा नायक – धीरोदात्त
शक्ति के अनुसार – यथाशक्ति
शहर से संबंध रखने वाला – शहरी
शाही राजस्व – राजधन
शिव का अनन्य उपासक – शैव
शिक्षक के द्वारा पढ़ाई करता है – स्वयंपाठी
शीघ्र प्रसन्न होने वाला – आशुतोष
स्वयं की हत्या करने वाला – आत्मघाती
संध्या और रात्रि के बीच का समय – गोधुलि
संतान के प्रति प्रेम – वात्सल्य
सबसे आगे रहने वाला – अग्रणी
समुद्र में लगने वाली आग – बड़वानल
सबके हृदय की बात जानने वाला – अन्तर्यामी
सब कुछ जानने वाला – सर्वज्ञ
सर्वाधिकार सम्पन्न शासक या अधिकारी – अधिनायक
समान समय में होने वाला या रहने वाला – समसामयिक
सत्य के लिए आग्रह करना – सत्याग्रह
सरकार द्वारा व्यक्तियों तथा संस्थाओं से लिया गया धन – कर
सरकारी अधिकारियों का शासन – नौकरशाही
समयानुसार होने वाला – सामयिक
सगुण ब्रह्म जो संपूर्ण सृष्टि का रचयिता एवं संचालक है – परमेश्वर
सभी लोगों को मस्जिदों में नमाज़ के लिए इकट्ठा किया जाना – अजान
स्मरण करने योग्य – स्मरणीय
सत्रह वर्णों का एक वर्णवृत्त – मंदाक्रान्ता
समान रूप से ठंडा और गर्म – समशीतोष्ण
समुद्र में लगने वाली आग – बड़वानल
संभव जो जीवन पर्यन्त चले – आजीवन
संगीत जानने वाला – संगीतज्ञ
साथ काम करने वाला – सहकर्मी
सबको न बताने योग्य – रहस्य
साथ पढ़ने वाला – सहपाठी
सावधान रहने वाला व्यक्ति – सतर्क
साधना करने वाला – साधक
सार्थक और तार्किक बातों को बोलने वाला व्यक्ति – वक्ता
सायंकाल; सूर्यास्त का समय – प्रदोष
सिक्के ढलाई का स्थान – टकसाल
सिकुड़ने से विस्तार में होने वाली कमी – आकुंचन
सीमित ज्ञान या सीमित अनुभव होना – कूपमंडूक
सुना जा सकने वाला या सुनने योग्य – श्रव्य
सूर्य की उत्तर दिशा की ओर गति – उत्तरायण
सूर्योदय से पहले का समय – भोर
सृजन करने की इच्छा – सिसृक्षा
सेवा करने वाला – सेवक
सौ वर्ष का समय – शताब्दी
हवन में जलाने वाली लकड़ी – समिधा
हठधर्मी होने की स्थिति या भाव – हठधर्मिता
हर काम को देर से करने वाला – दीर्घसूत्री
हरा भरा मैदान – शाद्रवल
हरण किया हुआ – अपहारित
हमेशा रहने वाला – शाश्वत
हाथ में चक्रधारण करने वाला – चक्रपाणि
हाथ से कार्य करने का कौशल – हस्तलाघव
हाथी को हाँकने का लोहे का हुक – अंकुश
हिंसा करने वाला – हिंसक
हित न चाहने वाला – अनहितू
हृदय को विदीर्ण कर देने वाला – हृदय विदारक
हृदय की दृढ़ता – जीवट
हंस के समान गति से चलने वाली स्त्री – हंसगामिनी
त्रेता एवं कलयुग के मध्य का युग – द्वापर
ज्ञात या कल्पित तथ्यों के आधार पर लिया गया निर्णय – अध्याहरण
SSC GD CONSTABLE – 2022
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